जीवन के इस जाल में
कंगाल हो गया हू
पहले तो बदहाल था
अब बेहाल हो गया हू
गुजर गया एक लम्हा
पलक झपकने से पहले
मैं खुद ही में उलझा
एक सवाल हो गया हू ......
कंगाल हो गया हू
पहले तो बदहाल था
अब बेहाल हो गया हू
गुजर गया एक लम्हा
पलक झपकने से पहले
मैं खुद ही में उलझा
एक सवाल हो गया हू ......
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