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Saturday, 29 August 2015

Har Kadam ..

हर कदम मुश्किलें
हर कदम लड़ाई है
मेरा क्या कसूर ऐ खुदा
जो मेरी तक़दीर अजब बनाई है
मंजिलें बेफिक्र मुझसे
मैं उनको बेताब सा
हर कदम फिसल रहा
हर कदम चढ़ाई है
चल रहा हूँ राह पर
जो तूने ही दिखलाई है
हर कदम बदलती फ़ितरतें
हर कदम अंगड़ाई है।  

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