आ चल पलकों की चादर में एक ख़ाब समेंटे
पहले प्यार,ख़ुशी और सारे भाव
रुपया पैसा उसके बाद समेंटे
शिथिल रौशनी की जगमगाहट
बनावट की चकाचौंध से
आ चल अंधेरों में सुकून से भरा आसमां समेंटे
प्रयासों की निरंतरता से उपजी वो थकान समेंटे
छोटी-छोटी बातों पे अपने अपनों की
वो हलकी सी मुस्कान समेंटे
आ चल पलकों की चादर में
खुशियों से भरा जहां समेंटे।
पहले प्यार,ख़ुशी और सारे भाव
रुपया पैसा उसके बाद समेंटे
शिथिल रौशनी की जगमगाहट
बनावट की चकाचौंध से
आ चल अंधेरों में सुकून से भरा आसमां समेंटे
प्रयासों की निरंतरता से उपजी वो थकान समेंटे
छोटी-छोटी बातों पे अपने अपनों की
वो हलकी सी मुस्कान समेंटे
आ चल पलकों की चादर में
खुशियों से भरा जहां समेंटे।
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